Author: Sanjay Dubey

संविधान निर्माण और योगदानसंसद में बड़ा हल्ला मचा हुआ है। संविधान से जुड़े भीम राव अंबेडकर की फोटो लहराई जा रही है।भीम राव अंबेडकर के प्रति लोगों के मन में बड़ी श्रद्धा है क्योंकि उन्होंने संविधान में आरक्षण की व्यवस्था को दस वर्ष तक के लिए रखा था और समीक्षा का विकल्प भी दिया था। अंबेडकर जानते थे कि आरक्षण भी अनुसूचित जाति और जनजाति में एक ऐसा वर्ग खड़ा कर देगा जिससे आरक्षण का रोटेशन कुछ परिवारों में सिमट जाएगा। अंबेडकर जीवित नहीं रहे और आरक्षण की समीक्षा चाह कर भी नहीं होती रही। देखा जाए तो संविधान के…

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समाज को जागृत करने में जनसंपर्क क्षेत्र की भूमिका अहम – उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा**पी आर एस आई के 46 वें राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आगाज* रायपुर। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने 46 वें ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशंस कॉन्फ्रेंस का शुक्रवार को शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर जनसंपर्क की भूमिका को अहम बताया। उन्होंने कहा कि शासन की ही नहीं जन जागृति के हर क्षेत्र में जनसंपर्क और जनसंपर्क अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में बदलते परिवेश और लगातार हो रहे विकास कार्यों को रेखांकित किया। उन्होंने राज्य शासन के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने में…

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आर.अश्विन का क्रिकेट को राम राम , भारतीय क्रिकेट टीम में पिछले तेरह सालों से ऑफ स्पिन गेंदबाजी का जिम्मा आर .अश्विन के पास ही रहा था।विदेश में तो नहीं लेकिन भारतीय विकेट पर उनकी गेंदबाजी कहर ढाती रही ।माना जाता है कि बाएं हाथ के बल्लेबाजों को ऑफ स्पिनर बॉलर ज्यादा परेशान करता है, और यही वजह रहती है कि एक ऑफ स्पिनर बॉलर लगभग हर टीम में होता है। महेंद्र सिंह धोनी के जमाने से आर अश्विन ने जिम्मेदारी उठाई और तीन स्थाई कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा के लिए अनेक अवसरों पर न केवल गेंदबाजी से…

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चांवल मिलिंग और व्यवसायिक नजरिया छत्तीसगढ़ , धान और चांवल का कटोरा या कहे अंग्रेजों की भाषा में rice bowl भी कहा जाता है। ऐसा कहा जाने का भी कारण है क्योंकि इस राज्य के ढाई हजार से अधिक राइस मिलर्स पहले किसानों से मंडी के माध्यम से और अब सरकार द्वारा किसानों से खरीदे धान की कुटाई कर रही है। केंद्र एजेंसी भारतीय खाद्य निगम(FCI) और राज्य की एजेंसी नागरिक आपूर्ति निगम (NAN) को चांवल देने का प्रावधान है।ये काम सलाना रूप से चलता है। छत्तीसगढ़ में सरकार किसी भी राजनैतिक दल की सरकार रहे, उनके सत्ता का रास्ता…

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सत्य की जीत,बनाम जी पी सिंह की बहालीयदि कोई व्यक्ति जिला न्यायालय,राज्य के उच्च या देश के सर्वोच्च न्यायालय से निर्दोष साबित होता है इसका एक ही अर्थ निकलता है कि अभियोजन पक्ष के पास सबूत नहीं थे। सरकारी कर्मचारी के लिए उनके उच्च अधिकारी साजिश रचते है और अपने अहंकार की संतुष्टि पूर्ण कर विभाग में संदेश देते है कि देख लो। दरअसल उच्च अधिकारी अपने गलत कार्यों को पूरा करने के लिए मातहत अधिकारियों पर अनैतिक दबाव बनाते है या उनकी बाते न मानने पर जबरिया ऐसे षडयंत्र रचते है जिससे सरकारी कर्मचारी कानूनी दांवपेच में उलझते है,केरियर…

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अधिकार की सम्पन्नता ही सजगता हैदुनियां भर में मानव के विरुद्ध शोषण करने वाले देशों ने ही 1948में एक सार्वभौम घोषणा संयुक्त राष्ट्र संघ के जरिए की । दुनियां में मानव को व्यक्तिगत भलाई के साथ साथ सामुदायिक भलाई के लिए न केवल अधिकार मिलना चाहिए बल्कि उन अधिकारों की सुरक्षा भी होना चाहिए। एशियाई और अफ्रीकी देशों को छोड़कर शेष महाद्वीपों के महत्वाकांक्षी शासकों ने सारी दुनियां में मानव के शोषण में कोई कमी नहीं की। रंग भेद भले ही कागजों में है लेकिन अभी भी गोरे वर्ण के लोगों के द्वारा भेद तो किया जा रहा है। वर्ण…

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एक गुरु क दो चेले सचिन कहां,विनोद कहांभारतीय क्रिकेट टीम में कई खिलाड़ी ऐसे हुए जिनके प्रदर्शन को देख कर लगता था कि वे स्थाई खिलाड़ी बनेंगे लेकिन बाहरी दुनिया के प्रभाव ने उनको अंधकार की दुनियां में धकेल दिया।ऐसे ही एक खिलाड़ी रहे विनोद कांबली। पिछले दिनों एक रील वायरल हुई जिसमें विनोद कांबली और सचिन तेंडुलकर के प्रशिक्षक दिवंगत (स्वर्गीय उचित शब्द नहीं है)रमा कांत आचरेकर के सम्मान में आयोजन हुआ।इस आयोजन में दोनों शिष्य मौजूद रहे।आयोजन के आकर्षण निःसंदेह सचिन तेंडुलकर रहे वही एक कोने में विनोद कांबली दरकिनार हुए नजर आए।सचिन और विनोद चर्चा में तब…

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दुर्घटना और मौत:ऐसे तूफान न ही आएआजकल तूफानों के नाम रखने का रिवाज है।ऐसे तूफान एक समय विशेष के होते है जिसका प्रभात तात्कालिक होता है। आजकल फ़ेंगल तूफान के चलते सुबह कोहरा और दिन भर गहरे काले बादल छाएं हुए है। हल्की बरसात भी हो रही है।कुछ दिनों में इस तूफान का असर थम जाएगा।एक तूफान कल सुबह 5बजे आया और चार परिवार के संभावनाओं से भरे युवा जीवन को तबाह कर गया। अंबिकापुर बिलासपुर नेशनल मार्ग पर एक ट्रक और कार दुर्घटना में रायपुर के चार युवा जीवन का अंत हो गया।मै जिस जिम का सालाना सदस्य हूं…

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करण अर्जुन के बहानेतीस साल पहले “क”नाम से फिल्म बनाने वाले राकेश रोशन ने एक फिल्म बनाई थी – “करण अर्जुन”।पुनर्जन्म विषय पर बनी इस फिल्म का एक डायलॉग “मेरे करण अर्जुन आयेंगे” ।ये डायलॉगआज भी अविस्मरणीय डायलॉग है। करण अर्जुन फिल्म तीस साल बाद सिनेमाघरों(आज के दौर में मल्टीप्लेक्स) में फिर से लग रही है। कॉन्वेंट स्कूल से निकली नई जनरेशन इस फिल्म को देखेंगे या नहीं देखेंगे ये तो वक्त ही बताएगा। ये भी संशय है कि तीस साल पहले का दर्शक जो टेलीविज़न और नेट फिलिक्स पर घर बैठे फिल्म को अपने हिसाब से टुकड़े टुकड़े में…

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दिवाली का त्यौहार बनाम गिफ्ट पैकेट दिवाली हर साल आती है, आगे भी आएगी।खुशियों का पर्व तो है ही,इससे ज्यादा वैभव का भी पर्व है। वैभव और आत्मीयता को दिखाने के अलावा कुछ मीठा हो जाए या मुंह मीठा करने करवाने का भी पर्व दीपावली है।बदलते जमाने के साथ साथ लोग भी बदले ,दस्तूर भी बदले। पहले दिवाली मिलन एक परम्परा थी। अपने परिवार सहित स्नेहीजनों के यहां जाकर शुभ कामनाएं देने का रिवाज था।घर में बने पकवान अपनत्व का परिचायक थे,अभी भी है लेकिन सीमित होते जा रहे हैमोबाइल ने कमोबेश ये हक छीन लिया। शुभ कामनाएं तो इलेक्ट्रानिक…

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