कितना कठिन होगा
वो वक्त जब
अपने ही रहनुमा
के बारे में तुमने
ये सुना होगा कि वे
शहीद हो गए
अब वे इस दुनियां में
नही है
कल ही की बात तो थी
जब दोनो ने सपना देखा था
आने वाले सालो साल के
पलक झपकते ही
तुम्हारी दुनियां बदल गई
कितने सालो इंतजार किया था
अपने को जोड़ने के लिए
आग ने सब कुछ जला दिया
सपनो के बीज लगे भी न थे
तूफान से सब कुछ तोड़ दिया
मै तुम्हे देख रहा था
उस समारोह में जहां सब थे
सब तुम्हे देख रहे थे
मैने तुम्हारी पलको को
भारी होते देखा है
जिन आंखों से अश्रु बहना था
उनको तुम्हे पीते देखा है
सचमुच बेटा तुम साहसी हो
हम तो तुम्हे देख रो बैठे
तुम खड़ी रही अडिग
उन शब्दो को सुनते हुए
जो कीर्ति गाथा सुना रहा था
तुम्हारे साहस की तारीफ
कर के भी नही कर पा रहा हूं
ये जरूर है तुम अकेली नही हो
हम सब तुम्हारे साथ है,
स्मृति बेटा तुम्हारा
वंदन है अभिनंदन है