आज पितृ दिवस हैअनेक पिता को अपने पिता होने पर गर्व हो सकता है कि उन्होंने अपना सारा जीवन बच्चो के जीवन बनाने में लगा दिया।आज उनके बच्चे मेट्रो में काम कर रहे है। ये भी गर्व का विषय होगा। ऐसे गर्वीले पिता को बधाई,सच ये भी है कि आज का युग संवेदना का युग नही रह गया है।व्यवहारिक समय है, अर्थ का अनुसंधान सर्वप्राथम्य है। इसके बाद युवा जीवन है,जिसकी अपनी प्राथमिकता है। एक माइक्रो परिवार है।जिसमे मैं, मेरी पत्नी और मेरा बच्चा है।यहां पर आपका पुत्र भी पिता है और उसकी भी वही बाध्यता है जो आपकी पिता…
हम भारतीय है, कही भी हो हम भारतीय है क्योंकि भारत हममें बसता है, हमारे दिल में धडकता है।हमारे धमनियों में बहता है। भारतीय होने का एक अहसास भी है अभिव्यक्त होने का,हममें से अधिकांश लोगो की एक कमी है और खूबी भी है कि हम केवल बोले हुए शब्दो में अभिव्यक्त होते है। अपने परिवार में, अपने संबंधियों में, अपने दोस्तो में, अपने परिचितों में बोले हुए शब्द ही कहे सुने जाते है।सदियों से बोल कर बताने समझाने का चलते रहा है। जनश्रुत से बढ़ते बढ़ते हम लिखने पढ़ने की परंपरा के सहभागी बने और कालांतर में एक साथ…