विश्व रिकार्ड की ओर अग्रसर नरेंद्र मोदी
देश के अगली लोकसभा के लिए अनुमान लगाने वाली अनेक एजेंसियों ने अपने अपने एग्जिट पोल खोल दिए है। आमतौर पर अनुमान का परिणाम तक पहुंचने की बीच की अवधि कत्ल के रात के समान होती है। जीतने वालो के मन में लड्डू फूटने लगते है तो हारने वालो को तमाशा दिखने लगता है। असमंजस में ज्यादातर वो पार्टियां होती है जिन्हे सत्ता से बाहर होते दिखाया जाता है। इस बार के एग्जिट पोल में लगभग सभी एजेंसी ये बता रही है कि सरकार बनाने के लिए आवश्यक 272सीट के लक्ष्य को एनडीए पार कर मोटामोटी साढ़े तीन सौ के आसपास पहुंच रही है याने दो तिहाई बहुमत मिल सकता है।
निजी चैनलों के समाचार के आधार पर नरेंद्र मोदी हैट्रिक लगाते दिख रहे है साथ ही उनकी पार्टी 2014,2019 की तुलना में ज्यादा सीट पा रही है।
वर्तमान परिस्थितियों में लोकतांत्रिक देशों में किसी एक दल की सरकार का लगातार तीन बार जीतना आसान काम नही होता है। फिल्मों एक नंबर की नायिका से भी दर्शक ऊबने लगते है। राजनीति में एक शब्द प्रचलन में “एंटी कंबेंसी” अर्थात विरोधी लहर, भारत में इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेई को लोगो ने ऐसे ही नकार। दिया था।
भारत में केवल तीन प्रधान मंत्री तीन तीन बार आम चुनाव में जीत दर्ज कर सरकार बना पाए थे। पहले थे पंडित जवाहरलाल नेहरू जो 1952,1957और 1962का आम चुनाव लगातार जीते थे, इंदिरा गांधी 1966 से 1977 और फिर 1980 से1984तक प्रधान मंत्री रही। अटल बिहारी वाजपेई तीसरे प्रधान मंत्री थे जो तेरह दिन, तेरह महीने और फिर चार साल एक महीने सरकार चला पाए, उनका टोटल कार्यकाल पांच ही साल था लेकिन तीन बार प्रधान मंत्री बनने का रिकार्ड बना।
पंडित जवाहरलाल नेहरू लगातार बारह साल प्रधान मंत्री रहे, इंदिरा गांधी ग्यारह साल लगातार प्रधान मंत्री रही। तीन साल के अंतराल के बाद चार साल का कार्यकाल और रहा।अगर एग्जिट पोल का अनुमान निर्णायक होता है तो नरेंद्र मोदी आजादी के बाद लगातार तीसरी बार प्रधान मंत्री बनने वाले दूसरे व्यक्ति होंगे। यदि तीसरी बार नरेंद्र मोदी अपना कार्यकाल पूरा करते है तो देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे जिसका कार्यकाल लगातार पंद्रह साल होगा।
किसी जमाने में भारत ब्रिटिश सरकार का उपनिवेश था। ब्रिटेन में चार बार, प्रधान मंत्री बनने वालो मे राबर्ट वालपोल, और विलियम पिट द यंगर रहे है।हेनरी पेलहम, मार्ग्रेट थ्रेचर तीन और टोनी ब्लेयर (1997 तीन तीन बार प्रधान मंत्री रहे है। राबर्ट वालपोल लगातार बीस साल और विलियम पिट द यंगर सत्रह साल लगातार प्रधान मंत्री रहे है।लेकिन ये बात सत्रहवीं शताब्दी की है। न्यूजीलैंड में रिचर्ड सेडन 13साल, विलियम मेसी 12साल,और सर कीथ होलोएक 11साल प्रधानमंत्री रहे है।श्रीलंका में सिरिमाओ भंडारनायके भी 18साल (1960से2000) की अवधि में 18साल प्रधान मंत्री रही है। ये अवधी तीन टुकड़ों (1960से1966,1970से
1977और1994से2000)में था।
नरेंद्र मोदी सिर्फ एक बाद इंदिरा गांधी और दो साल बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू के प्रधान मंत्री के रूप में लगतार कार्य करने का रिकार्ड तोड कर अपने नाम कर लेंगे। इसके साथ ही यदि नरेंद्र मोदी अपना तीसरा कार्यकाल पूरा करते है तो वे ब्रिटेन के हेनरी पेलहम, राबर्ट जनकिंसन,मार्ग्रेट थ्रेचर, और टोनी ब्लेयर सहित न्यूजीलैंड के रिचर्ड सेडन,विलियम मेसी और सर कीथ होलियेक को पीछे छोड़ देंगे।