अफगानिस्तान नेस्तनाबूतदेश दुनियां में अफगानिस्तान एक ऐसा देश है जिसे क्रिकेट खेलने के लिए केवल मेजबान खोजना पड़ता है। राजनैतिक अस्थिरता के चलते मेहमानवाजी का सुख नसीब में नहीं है। वेस्ट इंडीज और यूएसए के संयुक्त तत्वावधान में खेले जा रहे टी 20वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में अफगानिस्तान उलट फेर करने वाली टीम रही। सुपर 8में प्रवेश किया और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को धो कर रख दिया ।इससे भी मन नहीं भरा तो भारत से भी हारे हुए ऑस्ट्रेलिया को बांग्ला देश के साथ पूरा मैच दिखा कर भाग्य की कुंडली पलट दिया। बेचारे कंगारू। अफगानिस्तान, जिस तरह से जुझारू क्रिकेट खेल कर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी उससे लग रहा था कि इंग्लैंड के खिलाफ दमदार प्रदर्शन करेगी ।जीत हार से परे बेहतरीन क्रिकेट देखने को मिलेगा। क्रिकेट का व्यवहार विचित्र होता है आप जैसा सोचते है वैसा होता भी है और इसके उलट भी होता है। राशिद खान की टीम के बल्लेबाज पतझड़ में चलती तेज हवा के कारण गिरते पत्तो की तरह गिरे। तू चल मैं आया के तर्ज पर सिर्फ 11.5ओवर में अफगानिस्तान टीम की जलेबी बन गई। दक्षिण अफ्रीका के चारो गेंदबाज जानसन, शमशी सहित रबाड़ा और नोत्ज़े ने सुपड़ा साफ कर दिया। शमशी ने महज 11बॉल में 6रन देकर 3विकेट लेकर अफगानिस्तान को सिर्फ 56रन पर ढेर कर दिया। अफगानिस्तान का एक बल्लेबाज ओमरजी दहाई अंक तक पहुंचे। टी 20का पहला सेमीफाइनल सिर्फ,20ओवर 4बॉल में खत्म हो गया। इसे क्रिकेट की खूबसूरती भी कह सकते है कि विकेटो की आंधी भी अफगानिस्तान ने दिखाया। दक्षिण अफ्रीका के ऊपर महत्वपूर्ण अवसरो पर चूकने के कारण “पनौती”का ठप्पा लगा हुआ था।इस बार उससे थोड़ा उबरे है। पहली बात टी 20 के फाइनल में पहुंच कर आज शाम तक उनको देखना होगा कि उनके सामने फाइनल में कौन होगा।