बालमुकुंद शर्मा द्वारा विश्लेषण :-
आप बिना पढे रह नहीं सकते…..
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष मामला…..?… … .
2013 में जब गुजरात के मुख्यमंत्री (तत्कालीन) नरेंद्र मोदी को गोवा में भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री का चेहरा घोषित किया गया, हालांकि पूर्व उप प्रधानमंत्री/बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे लालकृष्ण आडवाणी ने इस पर घोर आपत्ति दर्ज की थी, उसको दरकिनार करते हुए तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी के नाम की घोषणा कर ही दी और वहीं से जो भाजपा की धारा और विचारधारा धीरे-धीरे बदलने लगी।
2015 के बाद उसमें आमूल चूल परिवर्तन हो गया, मतलब धारा और विचारधारा में… इसी पर गंभीर मंथन लगातार नागपुर में चल रहा है और अब तो ”नागपुर” महसूस भी कर रहा है कि अब संगठन विचाराधारित भाजपा का ही राष्ट्रीय अध्यक्ष होना चाहिए।
……इसीलिए अगले भाजपा अध्यक्ष के नाम को लेकर जबरदस्त मंथन चल रहा है, भाजपा और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार और “नागपुर” के बीच…..
“नागपुर” चाहता है कि जिस तरह से भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में संघ से भाजपा में गए राम माधव को एक झटके में भाजपा से वापस संघ में भेज दिया गया था, जिसे संघ हजम ना कर सकी थी … किन्तु परन्तु…
लेकिन हाल ही में संपन्न हुए जम्मू और कश्मीर के विधानसभा चुनाव के पहले एक बार फिर संघ से राम माधव को जम्मू कश्मीर की जवाबदारी देने के लिए भाजपा में लाया गया और वे सक्रिय भी रहे….
नागपुर चाहता है कि ठीक उसी तरीके से 2013 के बाद भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री संगठन संजय जोशी को जो अलग-अलग कर दिया गया था उसे वापस सम्मानजनक ढंग से भाजपा में लाया जाए और प्रारंभिक चर्चा में संजय जोशी का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए भी प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में सुर्खियां बटोरने लगा, चर्चा बहुत तेज हो गई और अब तो नई दिल्ली के सूत्र बता रहे हैं कि गोल मार्केट, नई दिल्ली के बंगले में जहां संजय जोशी निवास करते हैं और वहां भी भीड़ बढ़ने लगी है। हालांकि अबतक संजय जोशी की अधिकृत रूप से भाजपा में वापसी नहीं हुई है….
नागपुर चाहता था कि दशहरा के पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर आम सहमति हो जाए और सूत्र यह बता रहे हैं जिसकी हम पुष्टि नहीं कर सकते लेकिन चर्चा बहुत तेज है संजय जोशी के साथ राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया के नाम पर भी चर्चा चल निकली है, गुजरात लाॅबी के तरफ से भी कुछ नाम प्रस्तावित किए गए हैं।
हालांकि नई दिल्ली के सूत्र यह बता रहे हैं कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नई दिल्ली निवास पर संघ और भाजपा के नेताओं की दो दौर में मैराथन बैठक हो चुकी है लेकिन परिणाम तक नहीं पहुंच पाए, उसमें बीजेपी के वर्तमान राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल का नाम गुजरात लाॅबी की ओर से प्रस्तावित था/है, लेकिन सहमति नहीं बन पा रही है।
अब नई दिल्ली के ही सूत्र बता रहे हैं कि….26 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा इसी सप्ताह 14-19 अक्टूबर के बीच केंद्रीय चुनाव आयोग कभी भी महाराष्ट्र और झारखंड के साथ छत्तीसगढ़ के रायपुर दक्षिण विधानसभा के उप चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकती है और परिणाम 21 नवंबर तक आने की संभावना है….
उसके बाद ही भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में एक बार फिर संघ और भाजपा की नई दिल्ली में मैराथन बैठक हो सकती है….
इसी बीच भाजपा के मंडल से लेकर जिला स्तर तक होते हुए प्रदेश समिति के भाजपा के चुनाव की प्रक्रिया अंतिम चरण में होगी और दिसंबर में या जनवरी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव की तारीख का ऐलान वर्तमान केंद्रीय संगठन के द्वारा नियुक्त केंद्रीय चुनाव पदाधिकारी जिसका नाम बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व घोषित करेगी वह तारीखों का ऐलान कर सकता है उसके पहले आम सहमति नागपुर और वर्तमान भाजपा का नई दिल्ली का स्थापित नेतृत्व के बीच आम सहमति बनाने का प्रयास तेजी से बैठकों के दौर पर शुरू हो सकता है….
नागपुर चाहता है कि सामूहिक नेतृत्व संगठन आधारित राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति होना चाहिए संघ का यह मानना है कि 2015 के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लगभग नियंत्रित राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं वह अब स्वतंत्र संगठन आधारित राष्ट्रीय अध्यक्ष चाहता है जिससे जमीनी स्तर पर एक बार फिर भाजपा संगठन को मजबूत किया जा सके क्योंकि संघ को रिपोर्ट यहां मिल रही है कि देश के अन्य राज्यों में संगठन की स्थिति पहले जैसा नहीं रह गई है उसे वापस मजबूत करने की आवश्यकता है….
यह भी स्पष्ट है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन एक प्रक्रिया के तहत होगा लेकिन एक ही नाम होगा जिस पर भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की होने वाली आमसभा में अनुमोदन किया जा सके…
अब हमें निर्वाचन प्रक्रिया के तहत बनने वाले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का इंतजार रहेगा और यह इंतजार हमें करना ही होगा….
बालमुकुंद : शर्मा कांकेर/रायपुर