पहला टेस्ट और दोहरा शतक
क्रिकेट में रिकार्ड का अपना अलग संसार है।इस खेल में बनने वाले रिकार्ड का लेखा जोखा इतने विस्तार से है कि लाखो लेख लिखे जा सकते है। ऐसे में एक लेख है पहले टेस्ट में दोहरा शतक। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि 1877से 2024की147 साल के इतिहास में 184दोहरे शतक लगे है ।इसमें से केवल सात खिलाड़ी ऐसे है जिन्होंने अपने जीवन के पहले टेस्ट में दोहरा शतक लगाया है। इन सात खिलाड़ियों में वेस्ट इंडीज के लॉरेंस रो अकेले खिलाड़ी है जिन्होने अपने पहले टेस्ट के दोनो पारियों में दोहरा शतक और शतक लगाया है।
पहले टेस्ट में दोहरे शतक लगाने वाले ऑस्ट्रेलिया के आर पी फोस्टर थे जिन्होंने 1902में इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक (287 रन) लगाया था। अपने पहले टेस्ट में कोई भी बल्लेबाज 287से अधिक रन नही बनाया है।इस रिकार्ड को आज तक कोई भी बल्लेबाज तोड़ नही पाया है
1972में वेस्ट इंडीज के बल्लेबाज लॉरेंस रो ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में 214रन न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया। लॉरेंस रो ने अपने पहले टेस्ट की दूसरी पारी में भी 100नाबाद रन की पारी खेली। ये रिकार्ड भी आजतक कोई बल्लेबाज तोड़ नही पाया है।
पहले टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वालो में श्री लंका के बेड़न कुरप्पू(201) वि न्यूजीलैंड,1987, न्यूजीलैंड के मैथ्यू सिंकलेयर(214) वि वेस्ट इंडीज,1999,दक्षिण अफ्रीका के जेम्स रुडोल्फ (222नाबाद)वि बंगला देश,2003 दक्षिण अफ्रीका के कायल मायर्स (210नाबाद)वि वेस्ट इंडीज,2021और न्यूजीलैंड के डेवन कोनवे(200)वि इंग्लैंड 2021का नाम शामिल है।
टेस्ट क्रिकेट में पहले टेस्ट में शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की संख्या 108है।इसमें भारत के 16बल्लेबाजों का नाम शामिल है। लाला अमरनाथ,दीपक शोधन, अब्बास अली बेग, हनुमंत सिंह, गुंडप्पा विश्वनाथ, सुरिंदर अमरनाथ, मो अजहरुद्दीन, प्रवीण आमरे, सौरव गांगुली, वीरेन्द्र सहवाग, सुरेश रैना, रोहित शर्मा, पृथ्वी शॉ,श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल ने पहले टेस्ट में ही शतक लगाया था।
पहले टेस्ट की दोनो पारियों में दोहरा शतक और शतक लगाने वाले लॉरेंस रो की कहानी भी रोचक है। महज दो साल में तिहरा शतक,दोहरा शतक और शतक लगाने वाले लॉरेंस रो को मैदान के हरे घांस से एलर्जी होने लगी और आठ साल में 30टेस्ट में 2047रन बनाने के बाद केरियर खत्म हो गया। लॉरेंस रो ने प्रतिबंधित दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया तो उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया।एक होनहार बल्लेबाज का ऐसा अंत नहीं होना था।इसके बावजूद लॉरेंस रो का अद्भुद रिकार्ड चुनौती है आने वाले बल्लेबाजों के लिए कि वे अपने पहले टेस्ट में दोहरा शतक और शतक लगा कर दिखाए।