सालों तक
एक पुट्ठे के डब्बे में 📦
कुछ पत्रों को सम्हाल कर रखा था 💌
थे तो वे प्रेम पत्र ही थे 💐
लेकिन अधूरे अक्षर क्रम थेसहेजने का कारण भी ❤️
खुद का स्वार्थी होना 🌸
अपने अतीत को खंगालने का🌸
पुट्ठे के डब्बे को खोलकर देखूंगा ❤️
अधूरे प्रेम के अक्षरों की यात्रा करूंगा 🌸
जिन हाथों ने लिखा था इन पत्रों कोउन हाथों को 💖
अपने हाथ में महसूस करूंगा 💖
उस चेहरे को तलाशूंगा जो खो गया है 🌸
और हां, ये मेरा निजी वसीयतनामा है ❤️
पहले भी नहीं बताया था, 🌸
अब भी नहीं बताऊंगा किसी को ❤️
अधूरा प्रेम भी बहुत पावन होता है| ❤️