भाजपा ने रेल सुविधाओं को लेकर कांग्रेस पर दागे सवाल
कांग्रेस के राज में कितने नए रेलवे ट्रैक बिछाए, कितने विद्युतीकृत हुए?
कितने स्टेशन मॉडर्न बने, कितनी नई रेलगाड़ियाँ चलाई?
रेलवे के लिए कितना बजट होता था, छत्तीसगढ़ को कितना बजट देते थे?
सांसद पांडेय ने रेल व यात्री सुविधाओं के विस्तार को ऐतिहासिक उपलब्धि और कांग्रेस को पूरी तरह विकास विरोधी बताया, कहा : जितने काम पिछले 10 वर्षों में भाजपानीत राजग सरकार के कार्यकाल में हुए हैं, वे बेमिसाल हैं
रेल और यात्रियों की सुविधा बढ़ाने और रेल दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए मोदी सरकार और रेल मंत्रालय गंभीरता के साथ काम कर रहा है, तो कांग्रेस कुंठा, शर्म और बौखलाहट के तिराहे पर खड़े होकर मिथ्या प्रलाप करके देश को गुमराह करने में लगी हैं : संतोष पांडेय
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के सांसद संतोष पांडेय ने रेल सुविधाओं के विस्तार की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि रेल और यात्री सुविधाओं के विस्तार के जितने काम पिछले 10 वर्षों में भाजपानीत राजग सरकार के कार्यकाल में हुए हैं, वे बेमिसाल हैं। पांडेय ने कहा कि रेल और यात्री सुविधाओं के विस्तार को देखते हुए कांग्रेस के लोग कुंठित और अपने शासनकाल के नाकारापन से शर्मिंदा होकर अब तथ्यहीन बातें करके देश में भ्रम और उसकी आड़ में अराजकता फैलाने में लगे हैं।
भाजपा सांसद पांडेय ने कहा कि आज रेल सेवाओं को लेकर कांग्रेस जिस तरह सफेद झूठ की राजनीति कर रही है, वह अत्यंत शर्मनाक है। पांडेय ने सवाल करते हुए कांग्रेस के लोगों को इन सवालों का तथ्यपूर्ण जवाब देने की चुनौती दी है :
-> कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि उनका जो साथ 60-65 वर्ष का कार्यकाल रहा, उसमें उन्होंने कितने नए रेलवे ट्रैक बिछाए, प्रति वर्ष कितने किलोमीटर रेलवे ट्रैक बनाए?
-> कितने रेल्वे ट्रैक्स का इलेक्ट्रिफिकेशन किया?
-> कांग्रेस और कांग्रेसनीत गठबंधन की सरकारों के कार्यकाल में कितने स्टेशनों को उन्होंने मॉडर्न बनाया?
-> कितनी रेलगाड़ियों की उन्होंने स्पीड बढ़ाई?
-> कितनी नई रेलगाड़ियाँ चलाई?
-> यात्रियों की सुविधाओं में क्या विस्तार किया?
-> बजट का कितना प्रतिशत हिस्सा रेल और यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए रेलवे को देते थे?
-> केंद्र में दशकों शासन करने वाली कांग्रेस ने रेलवे के लिए छत्तीसगढ़ को कितना बजट देते थे?